A Raja Controversy: जो की साउथ साइड के बड़े लीडर के रूप में जाने जाते है,डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन को सुप्रीम कोर्ट से सनातन विरोधी बयानबाजी के मामले में फटकार लगने के बाद भी उधर के नेताओ के द्वारा भड़काऊ बयान नहीं रुक रहे है, जानिए आखिर क्या कहा ए राजा ने
डीएमके नेता ए राजा के हालिया बयान ने विवाद को जन्म दिया है। उन्होंने भारत को एक राष्ट्र के बजाय उपमहाद्वीप कहा है, जिसमें अनेक भाषाएँ, परंपराएँ और संस्कृतियाँ हैं। उनका कहना है कि भारत कभी एक राष्ट्र नहीं था, बल्कि यह एक उपमहाद्वीप है जिसमें तमिल, मलयालम, उड़िया जैसी विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों के लोग रहते हैं।
ए राजा ने यह भी कहा कि भारत की विविधता को स्वीकार करना चाहिए, चाहे वह खान-पान की आदतें हों या सांस्कृतिक प्रथाएँ। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत में अनेकता में एकता है, और इसे समझना और स्वीकार करना महत्वपूर्ण है।
उनके इस बयान के बाद, विभिन्न समुदायों और राजनीतिक दलों से प्रतिक्रियाएँ आई हैं, और इसे लेकर चर्चा जारी है। यह घटना तब हुई जब सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि स्टालिन को उनके बयानों के लिए फटकार लगाई थी। इससे यह स्पष्ट होता है कि भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और उसकी सीमाएँ एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय हैं।
इस विवाद के बीच, ए राजा के बयानों को लेकर विभिन्न वर्गों में भिन्न प्रतिक्रियाएँ देखने को मिली हैं, और यह चर्चा अभी भी जारी है। उनके बयानों को लेकर समाज के विभिन्न तबकों में बहस हो रही है, और इसके व्यापक प्रभावों पर नजर रखी जा रही है
सोशल मीडिया पर काफी लोगो ने लगाया फटकार और काफी बयान बाजी भी दिखाया और लोगो ने अलग अलग प्लेटफार्म पर जाकर अपनी अपनी प्रतिकिर्या दी है और अपने अपने तरीको से लोगो ने खरी खोटी सुनाया अब देखना यह होगा की कोर्ट के तरफ से क्या प्रतिकिर्या आता है, और देखना यह भी होगा आखिर कब तक ऐसे ऐसे बयानों की रुकावट होग्फी और कब तक ऐसे लोगो के द्वारा बयां बाजी रुकेगी।