अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है। साल 2019 में अयोध्या की विवादित भूमि को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था। इस फैसले में मस्जिद निर्माण के लिए भी भूमि देने की बात कही गई थी। इसके बाद मस्जिद के लिए अयोध्या शहर से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर धन्नीपुर नाम के गांव में पांच एकड़ की जमीन दी गई थी। हालांकि इस पर अभी मस्जिद का निर्माण शुरू नहीं किया गया है। वहीं मस्जिद निर्माण में हो रही देरी को लेकर सवाल भी खड़े हो रहे हैं। बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने भी वक्फ बोर्ड पर नाराजगी भी जाहिर की है।
वक्फ बोर्ड ने मस्जिद निर्माण के लिए एक ट्रस्ट बनाया था जिसका नाम ‘इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन’ है। इस ट्रस्ट के डिवेलपमेंट कमेटी के हेड हाजी अरफात शेख ने कहा कि मई में मस्जिद निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा। रमजान के बाद यह काम शुरू होगा और मस्जिद बनने में करीब तीन से चार साल का वक्त लगेगा।
बता दें कि 6 दिसंबर 1922 को बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा ढहा दिया गया था। इसके बाद पूरे देश में दंगे हुए। बताया जाता है कि इन दंगों में करीब 2 हजार लोग मारे गए थे। 2019 के फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि मस्जिद को इस तरह से ढहाना गैरकानूनी था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने 2.77 एकड़ कि विवादित जमीन को लेकर रामलला विराजमान के पक्ष में फैसला सुनाया था।
फंड को लेकर आ रही दिक्कत
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक मुस्लिम समुदाय मस्जिद बनाने के लिए फंड की कमी से जूझ रहा ह। आईआईसीएफ के अध्यक्ष जुफार अहमद फारुकी ने कहा, मस्जिद के लिए किसी तरह का कोई जन आंदोलन नहीं चला और ना ही हमने किसी से संपर्क किया है। वहीं ट्रस्ट के एक पदाधिकारी ने कहा कि मस्जिद का नक्शा बनने के बाद इसमें कई पारंपरिक चीजों को भी शामिल करना है। कई मीनारें भी बनानी हैं। इसीलिए काम में देरी हो रही है। इसके अलावा मस्जिद परिसर में ही एक 500 बेड का अस्पताल भी बनाया जाना है.
बता दें कि इस नई मस्जिद का नाम भी फाइनल हो गया है। इसका नाम ‘मस्जिद मुहम्मद बिन अब्दुल्लाह’ होगा। यह पैगंबर मोहम्मद के नाम पर होगी। वहीं बाबरी मस्जिद का नाम मुगल आक्रांता बाबर के नाम पर था। बता दें कि मस्जिद निर्माण को लेकर बाबरी मस्जिद के वादी रहे इकबाल अंसारी ने कहा था कि उन्हें खुशी है कि राम मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है लेकिन मस्जिद का सिर्फ नक्शा दिखाकर काम नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि बाबरी का मुद्दा खत्म हो गया है। अब सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक मस्जिद का भी निर्माण होना चाहिए।