Business Idea: अगर आप कोई बिजनेस करने के बारे में सोच रहे हैं. तो आज आप सही जगह पर आये हैं. आज हम आपको एक ऐसे धांसू बिजनेस के बारे में बताने वाले हैं. जो आपको सिर्फ पहले महीने से कमाई करके दे सकता हैं. आप सिर्फ 2 महीने में इस बिजनेस से लाखो रूपये कमा सकते हैं.
इस बिजनेस को शुरू करने के बाद आपको दूसरा कोई बिजनेस करने की जरूरत नही पड़ेगी. क्यों यह बिजनेस हमेशा के लिए डिमांड में रहने वाला बिजनेस हैं. तो आइये जान लेते है आज के धांसू बिजनेस के बारे में
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कोलार्ड ग्रीन्स (Collard Greens)
आज हम जिस बिजनेस के बारे में बात करने वाले हैं. वह कोलार्ड ग्रीन्स का बिजनेस हैं. यह बिजनेस से खेती से जुड़ा बिजनेस हैं. आप कोलार्ड ग्रीन्स की खेती करके अच्छा ख़ासा पैसा कमा सकते हैं.
अगर आप एक किसान हैं. तो आपको एक बार कोलार्ड ग्रीन्स की खेती जरुर करनी चाहिए. इससे आपको काफी अच्छा फायदा हो सकता हैं. कोलार्ड ग्रीन्स की खेती को नकदी खेती में शामिल किया गया है. यानी की दूसरी वस्तु की खेती की तुलना में कोलार्ड ग्रीन्स की खेती सबसे अलग और यूनिक हैं.
क्या होता है कोलार्ड ग्रीन्स
अगर आप कोलार्ड ग्रीन्स की खेती करना चाहते हैं. तो इसके बारे में आपको जानना जरूरी हैं. कोलार्ड ग्रीन्स की एक प्रकार की हरी पत्तेदार सब्जियां हैं. जिसे भारत में हका साग के नाम से भी जाना जाता हैं.
कोलार्ड ग्रीन्स की बुवाई जुलाई महीने में की जाती हैं. अभी मार्च का महिना चल रहा हैं. आपके 3 महीने हैं. आप आने वाले जुलाई महीने में कोलार्ड ग्रीन्स बुवाई शुरू कर सकते हैं. एक बार कोलार्ड ग्रीन्स खेती करके देखिये. आपको इससे काफी अच्छा लाभ मिलेगा.
कोलार्ड ग्रीन्स एक ऐसी हरी पत्तेदार सब्जी हैं. जिसका विभिन्न जगह पर उपयोग होता हैं. इसको जल वायु से उगाया जाता हैं. दरअसल बारिश या ठंडी के मौसम में कोलार्ड ग्रीन्स की खेती की जाती हैं. इन दोनी मौसम के लिए कोलार्ड ग्रीन्स की खेती आपके लिए सही साबित हो सकती हैं.
जानिए कैसे करे कोलार्ड ग्रीन्स की खेती
अगर आप कोलार्ड ग्रीन्स की खेती करने के बारे में सोच रहे हैं. तो इन बातो को ध्यान में रखे.
- कोलार्ड ग्रीन्स की खेती हेमशा ही ठंडी या बारिश के मौसम में करनी चाहिए.
- गर्मी के मौसम में कोलार्ड ग्रीन्स की खेती नही की जा सकती हैं.
- कोलार्ड ग्रीन्स की खेती के लिए मिट्टी का PH लेवल 6.0 से 6.8 के बीच में होना जरूरी हैं.
- इनके बीज को रोपने के लिए 12 से 18 इंच का गड्ढा करके रोपना चाहिए.
- कोलार्ड ग्रीन्स की रोपाई के बाद उसमे जल भराव ना हो इसका विशेष ध्यान रखे.
- आपको इस खेती में सिंचाई नियमितरूप से करनी होगी.
- कोलार्ड ग्रीन्स की खेती में कीड़े लगने की समस्या ज्यादा रहती हैं. इसलिए कीड़े ना लगे इसका भी ध्यान रखे. इसके लिए आप कुछ आयोजन कर सकते हैं.
- जब इस पर आपको पीले रंग की पत्तियाँ दिखाई दे तब उन्हें तोड़कर दूर कर दे.
- बुवाई करने के बाद 2 महीने के भीतर कोलार्ड ग्रीन्स बनकर तैयार हो जाती हैं.
भारत के इन राज्यों में कोलार्ड ग्रीन्स की होती है खेती
आमतौर पर भारत के सभी राज्य में कोलार्ड ग्रीन्स की खेती होती है लेकिन ठंड वाले राज्य जैसे की दक्षिण भारत और कश्मीर में कोलार्ड ग्रीन्स की खेती ज्यादा होती हैं.
इसके अलावा कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल जैसे राज्य में भी कोलार्ड ग्रीन्स की खेती बड़े पैमाने पर होती हैं.
कोलार्ड ग्रीन्स से होगी बंपर कमाई
कोलार्ड ग्रीन्स के पोषण युक्त आहार होने की वजह से इसकी डिमांड हमेशा ही बनी रहती हैं. बाजार में कोलार्ड ग्रीन्स एक छोटा सा गुच्छा लगभग 100 से 150 रूपये में बिकता हैं. कम निवेश में आप इसकी खेती कर सकते हैं. सिर्फ दो महीने में कोलार्ड ग्रीन्स बनकर तैयार हो जाती हैं. इसलिए आप जल्दी ही इसकी खेती से पैसे भी बना सकते हैं।