Fixed Deposit inportent Tips: आज के समय में काफी लोग दूसरी जगह पर निवेश करने के बदले एफडी करवाना काफी अधिक पसंद करते हैं. क्योंकि यह सेफ है और इसमें आपको गेरेंटेड रिटर्न मिलता हैं.
कुछ सर्वे में पता चला है की युवा से लेकर सीनियर सिटिजन तक एफडी में निवेश करना अधिक पसंद करते हैं. आपमें से भी काफी लोगो ने अपना फिक्स डिपोजिट करवाया होगा. लेकिन एफडी में सबसे बड़ी समस्या यह है की एफडी करवाने के बाद उसे अगर मेच्युरिटी के पहले उठा लेते हैं. तो काफी अधिक नुकसान हो जाता हैं.
कई बार हमे अचानक से पैसो की जरुरत पड़ जाती हैं और ऐसे में हम लोग एफडी तुडवाने के बारे में सोच लेते हैं. लेकिन आपको ऐसा नही करना चाहिए. इससे आपको काफी अधिक नुकसान हो सकता हैं.
ऐसा माना जाता है की आपने जितने पैसो की एफडी करवाई है उसका 1 परसेंट जितना आपको पेनल्टी भी देना पड़ता हैं. लेकिन कुछ ऐसे विकल्प भी है जिसे आजमाकर आप अपनी एफडी को सुरक्षित रख सकते है और आपको आपकी जरूरत के अनुसार पैसे भी मिल जाएगे.
फिस्क डिपोजिट अकाउंट
एफडी हर कोई करवा सकते हैं. अगर आपके पास पैसे पड़े हैं. तो आप बैंक में उसे एफडी करवा सकते हैं. खास करके NRI और देश के सीनियर सिटिजन एफडी करवाना पसंद करत हैं.
एफडी में आपको गेरेंटेड ब्याज के साथ आपकी राशि मिल जाती हैं. आप एफडी कितने भी रूपये की करवा सकते हैं. इसके लिए कोई भी राशि निश्चित नही हैं. एफडी करवाने के बाद उसको पकने देना होता है यानी की उसको मेच्युर होने देना होता हैं.
जब आपकी एफडी मेच्युर हो जाती है तब आपकी जमा राशि पर बैंक द्वारा निश्चित किये गए ब्याजदर को जोड़कर ब्याज के पैसे जोड़कर आपको राशि प्रदान की जाती हैं.
क्यों एफडी तोड़नी नही चाहिए
एफडी को तोडना आपके काफी अधिक नुकसान का सौदा हो सकता हैं. अगर आप एफडी तुड्वाते है या फिर मेच्युर होने से पहले ही आप एफडी से पैसा निकाल लेते है. तो बैंक के कुछ नियम के अनुसार आप पर जुर्माना लगाया जाता हैं.
बैंक के नियम के अनुसार आपकी जमा राशि के 1 फीसदी तक का आपको जुर्माना भरना पड़ सकता हैं. लेकिन यह नियम विभिन्न बैंक में अलग-अलग लागू होता हैं.
अगर आप एफडी उठा लेने के बाद उसको कही सही जगह इन्वेस्ट नही करने वाले हैं और इस पैसो का आप खर्चा ही करने वाले हैं., तो यह आपके लिए अधिक नुकसान का सौदा हो सकता हैं.
आप एफडी उठाने की जगह कुछ अन्य विकल्प का चुनाव कर सकते हैं. जिसके बारे में आगे जानकारी दी हैं.
एफडी उठाने के बजाय आप क्या कर सकते है
जब कोई तात्कालिक खर्चा आ जाता है तब हमे एफडी तोड़ने की जरूरत पड़ती हैं. ऐसे में आप एक इस विकल्प का चुनाव कर सकते हैं. आप दो अलग-अलग अमाउंट की एफडी करवा सकते हैं. जिसमे एक एफडी बड़ी अमाउंट की और एक एफडी छोटी अमाउंट की करवा सकते हैं.
जब जरूरत पड़ने पर आप छोटी अमाउंट वाली एफडी तोड़ते हैं. तो आपको अधिक नुकसान नही होगा और बड़ी एफडी ऐसे ही बची रहेगी.
इसके अलावा दुसरे विकल्प की बात करे तो आप एफडी पर लोन ले सकते हैं. आज के समय में बैंक में यह सुविधा भी आपको मिल जाती हैं. आप अपनी जमा राशि के 90 फीसदी तक लोन ले सकते हैं और वह भी कम ब्याजदर में मिल जाती हैं.
मान लीजिए की आपने एक एफडी करवाई है. जो 1 लाख रूपये की हैं. तो आपको आपकी एफडी राशि पर 90 हजार रूपये तक की लोन मिल जाती हैं. इसलिए एफडी तोड़ने की बजाय आप अपनी ही एफडी पर लोन लेकर अपनी एफडी को सुरक्षित रख सकते हैं.
अगर बात की जाए तीसरे विकल्प की तो अचानक से आप कोई खर्चा आ जाता हैं. तो ऐसे में आप अपने पास अलग-अलग बैंक के क्रेडिट कार्ड रखे.
क्रेडिट कार्ड का पेमेंट करने के लिए आपके पास 45 दिन का समय होता हैं. इतने दिनों में तो आप अपने फाइनेंस का सेटिंग आसानी से कर सकते हैं.
तो एफडी तोड़ने की बजाय आप क्रेडिट कार्ड का यूज करे. जो आपके लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता हैं।