नई दिल्ली, 12 जनवरी 2024 : दिग्गज साफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने गुरुवार को आईफोन निर्माता एप्पल को पछाड़कर दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई। माइक्रोसॉफ्ट के शेयरों में 1.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिससे कंपनी का बाजार पूंजीकरण 2.888 ट्रिलियन डालर पर पहुंच गया। वहीं, एप्पल के शेयर 3.3 प्रतिशत गिरे, जिससे कंपनी का बाजार पूंजीकरण 2.887 ट्रिलियन डालर पर आ गया।
माइक्रोसॉफ्ट का यह प्रदर्शन कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और बढ़ते क्लाउड कंप्यूटिंग कारोबार के कारण है। माइक्रोसॉफ्ट के क्लाउड कंप्यूटिंग कारोबार का राजस्व लगातार बढ़ रहा है और यह कंपनी की कुल आय का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा है।
एप्पल के लिए यह साल की शुरुआत खराब रही है। कंपनी के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है। इसका कारण मांग में कमी और बढ़ती महंगाई है। एप्पल के आईफोन और अन्य उत्पादों की मांग में कमी आ रही है। इसके अलावा, बढ़ती महंगाई भी कंपनी की बिक्री को प्रभावित कर रही है।
माइक्रोसॉफ्ट के शेयरों में वृद्धि से यह संकेत मिलता है कि निवेशकों को कंपनी की भविष्य की संभावनाओं पर भरोसा है। माइक्रोसॉफ्ट लगातार नए उत्पादों और सेवाओं को लॉन्च कर रही है और कंपनी का क्लाउड कंप्यूटिंग कारोबार भी तेजी से बढ़ रहा है। इन सभी कारकों से माइक्रोसॉफ्ट की बाजार हिस्सेदारी और कमाई में और वृद्धि होने की उम्मीद है।