UP Board 12th Paper Leak: यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती पेपर लीक का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि राज्य चल रही यूपी बोर्ड 12वीं क्लास का पेपर लीक होने की खबर सामने आ गई. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कड़े शब्दों में सख्त कार्रवाई के निर्देश के बाद बोर्ड एग्जाम का पेपर लीक होना वाकई में हैरान करने वाला है.
यूपी सरकार उस कॉलेज की मान्यता रद्द करेगी, जहां से परीक्षा के दौरान पेपर व्हॉट्सएप ग्रुप पर शेयर किया गया था. इसके अलावा भविष्य में भी पेपर की गोपनीयता भंग करने वाले स्कूल-कॉलेजों की मान्यता तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी जाएगी. हालांकि बोर्ड ने इस घटना के बाद कहा कि इससे परीक्षा की शुचिता किसी तरह प्रभावित नहीं हुई है.
यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) पर एक प्रेस नोट शेयर कहा कि 29 फरवरी 2024 को यूपी बोर्ड की द्वितीय पाली की परीक्षा श्री अतर सिंह इंटर कॉलेज, रोझौली, आगरा में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर विनय चौधरी द्वारा दोपहर 03 बजकर 11 मिनट पर ‘ऑल प्रिंसिपल्स आगरा’ नाम के व्हॉट्सएप ग्रुप पर इंटरमीडिएट जीव विज्ञान व गणित का पेपर डाला गया. उस समय परीक्षा शुरू हुए 01 घंटा 11 मिनट का समय गुजर चुका था और सभी परीक्षार्थी अपने-अपने परीक्षा केंद्रों पर शांतिपुर्ण ढंग से परीक्षा दे रहे थे. इससे परीक्षा की शुचित किसी स्तर पर प्रभावित नहीं हुई.
आरोपियों को जेल भेजा
दूसरी ओर पेपर वायरल करने और पेपर की गोपनियता भंग करने के मामले का संज्ञान लेते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक, आगरा ने इस घटना के मुख्य आरोपी विनय चौधरी, विद्यालय के केंद्र व्यवस्थापक राजेंद्र सिंह, अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक गंभीर सिंह, स्टेटिक मजिस्ट्रेट गजेंद्र सिंह व अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है. राजेंद्र सिंह के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. इसके अलावा मुख्य आरोपी विनय चौधरी और अन्य की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही है.
तत्काल से रद्द होगी स्कूल-कॉलेज की मान्यता
बोर्ड सेक्रेटरी दिव्यकांत शुक्ला ने जानकारी दी कि श्री अतर सिंह इंटर कॉलेज, जहां से परीक्षा के दौरान पेपर व्हॉट्सएप ग्रुप पर डाला गया था, उसकी मान्यता रद्द कर दी गई है. साथ ही 01 मार्च को हुई बैठक में यह भी फैसला लिया गया है कि भविष्य में अगर किसी स्कूल-कॉलेज द्वारा पेपर की गोपनियता भंग किए जाने की कोशिश की जाती है तो उसकी मान्यता तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी जाएगी.
मजिस्ट्रेट के अलावा कोई यूज नहीं करेगा मोबाइल फोन
जारी प्रेस नोट के माध्यम से जानकारी दी गई है कि जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि परीक्षा केंद्र पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट के अलावा अन्य किसी भी व्यक्ति द्वारा मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. अगर परीक्षा केंद्र पर किसी व्यक्ति द्वारा मोबाइल फोन या कम्युनिकेशन डिवाइज इस्तेमाल की गई तो एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.
#UPBoard सूचनार्थ pic.twitter.com/bxSj64LCYL
— Dibyakant Shukla (@DibyakantShukla) March 1, 2024
फिलहाल, पेपर लीक होने के बाद परीक्षा केंद्रों की चाक चौबंद व्यवस्थाओं पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं. परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे, केंद्र व्यवस्थापक और स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती के बाद भी एक साथ जीव विज्ञान और गणित का पेपर लीक हो गया. शिक्षा विभाग में पेपर लीक होने की जांच पड़ताल का काम शुरू हो गया है.
बता दें कि इस बार यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 22 फरवरी से शुरू होकर 9 मार्च 2024 को समाप्त होंगी. हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के लिए 55 लाख से ज्यादा छात्रो ने रजिस्ट्रेशन कराया है. इनमें 10वी बोर्ड परीक्षा के लिए 29 लाख 54 हजार 034 और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए 25 लाख 49 हजार 827 छात्रो ने ऑनलाइन आवेदन किए हैं.