Mahashivratri News: महाशिवरात्रि का त्योहार भारत भर में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा और अर्चना की जाती है। यह त्योहार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। इस साल महाशिवरात्रि 8 मार्च को मनाई जाएगी. महाशिवरात्रि और शिवरात्रि दोनों ही अलग-अलग त्योहार हैं, जिनमें कुछ अंतर होता है।
महाशिवरात्रि को फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है, जबकि शिवरात्रि को कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन मनाया जाता है. इन दोनों त्योहारों का महत्व अलग-अलग है। महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की स्तुति की जाती है, जबकि शिवरात्रि पर उनके विवाह का उत्सव मनाया जाता है। दोनों ही त्योहारों में लोग भक्ति और श्रद्धा से इसे मनाते हैं और भगवान शिव की कृपा की कामना करते हैं..
शिवरात्रि हर महीने आती है
हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि कहा जाता है, और इसी रूप में महाशिवरात्रि भी मनाई जाती है। हर महीने दो एकादशी होती है, उसी तरह हर महीने एक शिवरात्रि भी होती है। अर्थात्, साल में 12 शिवरात्रि होती हैं। इस दिन लोग श्रद्धा और भक्ति के साथ भगवान शिव की पूजा करते हैं, और इससे हर मनोकामना पूरी होती है.
महाशिवरात्रि का त्योहार साल में फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। इस दिन लोग भगवान शिव और माँ पार्वती की पूजा करते हैं। महाशिवरात्रि का व्रत रखने से लोगों के वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है, क्योंकि इसे प्यार का प्रतीक भी माना जाता है। इसी दिन माता पार्वती और भगवान शिव की शादी हुई थी, और मान्यता है कि इसी दिन भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग धरती पर प्रकट हुए थे.
शिवरात्रि और महाशिवरात्रि में अंतर
शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा होती है, जबकि महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा होती है। शिवरात्रि के दिन शिव जी की पूजा करने से मन में भक्ति और आनंद आता है और जीवन में खुशियां बढ़ती हैं। वहीं, महाशिवरात्रि के व्रत रखने से प्रेम संबंधों और पारिवारिक जीवन में खुशियां आती हैं.